काश! उस ज़माने में खरीद लिया होता सोना, अब होते लाखों के मालिक – Gold Price History

Gold Price History: सोने की कीमतों में समय के साथ जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। आज जहां 10 ग्राम सोने का मूल्य 50,000 रुपये से अधिक है, वहीं एक समय ऐसा भी था जब यह मात्र 63 रुपये में उपलब्ध था। आइए, भारत में सोने की कीमतों के इस सफर पर एक नजर डालते हैं।

1947 में सोने की कीमतें

भारत की स्वतंत्रता के समय, 1947 में, 10 ग्राम सोने का मूल्य मात्र 88.62 रुपये था। यह वह दौर था जब सोना आम जनता की पहुंच में था और निवेश का एक प्रमुख साधन माना जाता था।

1964: सबसे सस्ता सोना

1964 में सोने की कीमत अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई, जब 10 ग्राम सोना मात्र 63.25 रुपये में बिक रहा था। यह वह समय था जब सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई, जो निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर था।

समय के साथ सोने की कीमतों में वृद्धि

वर्षों के दौरान, सोने की कीमतों में लगातार वृद्धि देखी गई। नीचे कुछ प्रमुख वर्षों की औसत वार्षिक कीमतें दी गई हैं:

1970 184 रुपये
1980 1,333 रुपये
1990 3,200 रुपये
2000 4,400 रुपये
2010 18,500 रुपये
2020 48,651 रुपये

यह आंकड़े दर्शाते हैं कि कैसे सोने की कीमतों में समय के साथ बढ़ोतरी हुई है, जिससे यह एक मजबूत निवेश विकल्प बना है।

सोने की कीमतों पर प्रभाव डालने वाले कारक

सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव कई कारकों पर निर्भर करता है:

  • मांग और आपूर्ति: त्योहारों, शादियों और विशेष अवसरों पर सोने की मांग बढ़ती है, जिससे कीमतों में वृद्धि होती है।
  • अंतरराष्ट्रीय बाजार: वैश्विक आर्थिक स्थितियां, मुद्रास्फीति और राजनीतिक घटनाएं सोने की कीमतों को प्रभावित करती हैं।
  • सरकारी नीतियां: आयात शुल्क, कर और अन्य नीतिगत फैसले भी सोने की कीमतों पर असर डालते हैं।

वर्तमान में सोने की कीमतें

आज, सोने की कीमतें 50,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से अधिक हो चुकी हैं। यह वृद्धि दर्शाती है कि समय के साथ सोने में निवेश करने वालों को अच्छा लाभ मिला है।

सोने की कीमतों का यह सफर हमें सिखाता है कि समय के साथ निवेश के मूल्य में कितना बदलाव आ सकता है। यदि हमने 1964 में सोना खरीदा होता, तो आज उसकी कीमत में भारी वृद्धि होती। यह दर्शाता है कि दीर्घकालिक निवेश में धैर्य और सही समय पर निर्णय लेना कितना महत्वपूर्ण है।

Read More:

Leave a Comment