मंदी का महाबम! JP Morgan और Goldman Sachs ने बजा दी खतरे की घंटी

हाल ही में, प्रमुख वित्तीय संस्थानों JP Morgan और गोल्डमैन सैक्स ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर गंभीर चेतावनियाँ जारी की हैं। इनके अनुसार, वर्तमान व्यापार नीतियों और नए टैरिफ्स के कारण, वैश्विक मंदी की संभावना बढ़ रही है।

जेपी मॉर्गन की चेतावनी: मंदी की संभावना 60% तक बढ़ी

जेपी मॉर्गन के मुख्य अर्थशास्त्री ब्रूस कैसमैन के अनुसार, अमेरिकी प्रशासन द्वारा घोषित नए टैरिफ्स के परिणामस्वरूप, 2025 के अंत तक वैश्विक मंदी की संभावना 60% तक बढ़ गई है। कैसमैन ने कहा, “इन टैरिफ्स का प्रभाव अमेरिकी उपभोक्ताओं और व्यवसायों पर सबसे बड़े कर वृद्धि के रूप में होगा, जिससे आर्थिक गतिविधियों में गिरावट आ सकती है।”

गोल्डमैन सैक्स का दृष्टिकोण

गोल्डमैन सैक्स ने भी अपनी रिपोर्ट में अमेरिकी मंदी की संभावना को 20% से बढ़ाकर 35% कर दिया है। उन्होंने अपने 2025 के जीडीपी वृद्धि अनुमान को 2% से घटाकर 1.5% कर दिया है और कहा है कि फेडरल रिजर्व इस वर्ष तीन बार ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।

बाजार पर प्रभाव: निवेशकों की चिंता बढ़ी

इन चेतावनियों के बाद, वित्तीय बाजारों में अस्थिरता बढ़ी है। निवेशक अब अधिक सतर्क हो गए हैं और मंदी की संभावना को ध्यान में रखते हुए अपने निवेश निर्णय ले रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ये टैरिफ्स लागू होते हैं, तो वैश्विक व्यापार में गिरावट आ सकती है, जिससे आर्थिक विकास धीमा हो सकता है।

Conclusion- JP Morgan

जेपी मॉर्गन और गोल्डमैन सैक्स जैसी प्रमुख वित्तीय संस्थानों की चेतावनियाँ दर्शाती हैं कि वर्तमान व्यापार नीतियों और टैरिफ्स के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। निवेशकों और नीति निर्माताओं को इन संकेतों को गंभीरता से लेना चाहिए और आर्थिक स्थिरता बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।

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