Stock Crash: सरकारी बैंकों में भूचाल! 20% गिरावट से मचा तहलका – बेचने की होड़ में डूबे करोड़ों

Stock Crash: आज सुबह जैसे ही शेयर बाजार की घंटी बजी, सरकारी बैंकों के शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली, जिससे कई शेयरों के मूल्य में 20% तक की गिरावट दर्ज की गई। निवेशकों के बीच यह हलचल क्यों मची? आइए, इस पर गहराई से नजर डालते हैं।

पंजाब एंड सिंध बैंक के शेयरों में 20% की गिरावट

पंजाब एंड सिंध बैंक के शेयर आज 20% तक गिरकर ₹35.23 पर आ गए, जो इसका 52-सप्ताह का निचला स्तर है। यह गिरावट बैंक द्वारा हाल ही में किए गए क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के बाद आई, जिसमें ज्यादातर शेयर एलआईसी और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस को आवंटित किए गए थे। इससे पहले, बैंक के शेयर QIP इश्यू प्राइस ₹38.37 से भी नीचे आ गए थे।

यूको बैंक के शेयरों में 7% की गिरावट

यूको बैंक के शेयरों में भी लगभग 7% की गिरावट दर्ज की गई। बैंक ने हाल ही में अपना QIP पूरा किया था, जिसमें अधिकांश शेयर एलआईसी और एसबीआई समर्थित फंड्स को आवंटित किए गए थे। विशेषज्ञों के अनुसार, इन पीएसयू बैंकों द्वारा QIP से जुटाए गए ₹6,000 करोड़ में से 25% राशि एलआईसी ने दी थी, जिससे निवेशकों में बेचैनी बढ़ी।

इंडसइंड बैंक के शेयरों में 20% की गिरावट

निजी क्षेत्र के इंडसइंड बैंक के शेयरों में भी 20% की भारी गिरावट देखी गई, जिससे यह 52-सप्ताह के निचले स्तर 720.35 रुपये पर पहुंच गया। यह गिरावट बैंक द्वारा डेरिवेटिव्स पोर्टफोलियो में गड़बड़ियों के कारण नेटवर्थ में 2.35% की कमी की चेतावनी देने के बाद आई। बैंक की कुल नेटवर्थ में 1,600 करोड़ रुपये से 2,000 करोड़ रुपये के बीच नुकसान होने की आशंका है।

सरकारी हिस्सेदारी और MPS नियम

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग (MPS) नियमों के तहत, सभी सूचीबद्ध कंपनियों को न्यूनतम 25% सार्वजनिक शेयरधारिता बनाए रखना आवश्यक है। हालांकि, कुछ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में सरकार की हिस्सेदारी अभी भी बहुत अधिक है, जिससे इन नियमों का पालन करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उदाहरण के लिए, पंजाब एंड सिंध बैंक में दिसंबर तक सरकार की हिस्सेदारी 98.25% थी।

निवेशकों के लिए सलाह

वर्तमान बाजार की अस्थिरता को देखते हुए, निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि निवेश से पहले कंपनियों की वित्तीय स्थिति और बाजार के रुझानों का गहन विश्लेषण करें। यदि आप सरकारी बैंकों के शेयरों में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लें और अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।

Conclusion- Stock Crash

आज के बाजार में सरकारी बैंकों के शेयरों में आई भारी गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया है। विभिन्न कारणों से हुई इस बिकवाली ने बाजार की अस्थिरता को बढ़ा दिया है। ऐसे में, निवेशकों को सूझबूझ से काम लेते हुए अपने निवेश निर्णय लेने चाहिए, ताकि वे संभावित जोखिमों से बच सकें और अपने निवेश को सुरक्षित रख सकें।

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