Market This Week: कमाई का मौका या घाटे का खेल? जानिए अगले सप्ताह बाजार किस करवट बैठेगा!

Market This Week: नमस्कार दोस्तों! शेयर बाजार में निवेश करते समय यह जानना बेहद जरूरी होता है कि आने वाले सप्ताह में कौन-कौन से कारक बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं। इस लेख में, हम उन प्रमुख संकेतों पर चर्चा करेंगे जो अगले सप्ताह भारतीय शेयर बाजार की चाल को निर्धारित कर सकते हैं। तो चलिए, बिना देर किए जानते हैं इन महत्वपूर्ण संकेतों के बारे में।

अमेरिकी टैरिफ और वैश्विक व्यापार तनाव

हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय आयात पर 26% का टैरिफ लगाया है, जो चीन और वियतनाम जैसे अन्य एशियाई देशों पर लगाए गए टैरिफ से कम है। हालांकि, इस कदम से वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ा है, जिससे निवेशकों की चिंताएं बढ़ गई हैं। इन टैरिफ्स का प्रभाव भारतीय बाजार पर भी पड़ सकता है, खासकर उन कंपनियों पर जो अमेरिकी बाजार पर निर्भर हैं।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक

9 अप्रैल 2025 को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक होने वाली है। इस बैठक में लिए गए निर्णय, जैसे ब्याज दरों में बदलाव, बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं। निवेशकों को इस बैठक के नतीजों पर करीबी नजर रखनी चाहिए, क्योंकि इससे बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।

प्रमुख कंपनियों के तिमाही नतीजे

अगले सप्ताह से तिमाही नतीजों का सीजन शुरू हो रहा है। 10 अप्रैल 2025 को TCS अपने तिमाही नतीजे घोषित करेगी। इन नतीजों से आईटी सेक्टर की सेहत का पता चलेगा और यह बाजार की धारणा को प्रभावित कर सकता है। निवेशकों को इन नतीजों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इससे संबंधित सेक्टर्स में उतार-चढ़ाव हो सकता है।

तकनीकी विश्लेषण और बाजार का स्तर

तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, Nifty 50 ने हाल ही में महत्वपूर्ण समर्थन स्तरों को तोड़ा है, जिससे आगे और गिरावट की संभावना बनी हुई है। वर्तमान में, Nifty का समर्थन स्तर 22,600 पर है, और यदि यह स्तर टूटता है, तो यह 22,100 तक गिर सकता है। दूसरी ओर, किसी भी रिकवरी के लिए 23,100–23,400 के स्तर पर मजबूत प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा। निवेशकों को इन स्तरों पर ध्यान देना चाहिए और अपने निवेश निर्णयों में सतर्कता बरतनी चाहिए।

विदेशी निवेशकों की गतिविधियाँ

हाल के दिनों में, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भारतीय बाजार से निकासी की है, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा है। यदि यह प्रवृत्ति जारी रहती है, तो बाजार में और कमजोरी देखी जा सकती है। निवेशकों को FIIs की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए, क्योंकि यह बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकता है।

Conclusion- Market This Week

अगले सप्ताह भारतीय शेयर बाजार कई महत्वपूर्ण घटनाओं और संकेतों से प्रभावित हो सकता है। अमेरिकी टैरिफ, RBI की बैठक, तिमाही नतीजे, तकनीकी स्तर, और विदेशी निवेशकों की गतिविधियाँ बाजार की दिशा निर्धारित करने में प्रमुख भूमिका निभाएंगी। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें, इन संकेतों पर करीबी नजर रखें, और अपने निवेश निर्णय सोच-समझकर लें। बाजार में उतार-चढ़ाव के समय धैर्य और सूझबूझ से काम लेना ही सफलता की कुंजी है।

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